जीवन बदल गया प्रभु का दामन थाम कर
हर सांस अपनी करदी बस उसके नाम पर,
जीवन बदल गया प्रभु का दामन थाम कर

क्या खोया क्या पाया क्या संजोये अपने पास ,
मन ये प्रभु का हो गया बस यही है एहसास
मंगल ही मंगल है अब तो अपने मुकाम पर,
जीवन बदल गया प्रभु का दामन थाम कर

मैं परिंदा नील गगगन का प्रभु ही मेरा है ठिकाना,
सुख देना मेरा धर्म है प्रभु से मैंने है जाना,
चला है यही कारवा जीवन के आया मकन,
जीवन बदल गया प्रभु का दामन थाम कर

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह