कान्हा तेरी बंसी मेरे मन भा गई

कान्हा तेरी बंसी मेरे मन भा गई,
एक बार सुख देके दुख दे गई…..

श्याम सलोना है सलोना तेरा भेस है,
काला काला रंग, तेरे काले काले केश हैं,
श्याम तेरी बंसी मेरा चैन ले गई,
एक बार सुख देके दुख दे गई……

रास रचाया तूने जमुना के तीर पे,
नाग नथैया जमुना का काला नीर है,
श्याम तेरी बंसी मुझे घायल कर गई,
एक बार सुख देके दुख दे गई…..

बंसी बजाई तूने कदम की डाल पे,
रास रचाया तूने सखियों के साथ मे,
श्याम तेरी बंसी दीवाना कर गई,
एक बार सुख देके दुख दे गई…..

जो जो तूने गीता के दिए थे उपदेश,
वही उपदेश लेके आना मेरे देश,
तेरे उपदेश मेरे मन भा गए,
एक बार सुख देके दुख दे गए,
कान्हा तेरी बंसी मेरे मन भा गई,
एक बार सुख देके दुख दे गई……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी
पुत्रदा एकादशी

मंगलवार, 05 अगस्त 2025

पुत्रदा एकादशी
रक्षा बन्धन

शनिवार, 09 अगस्त 2025

रक्षा बन्धन

संग्रह