मैय्या यशोदा ये तेरा कन्हैया
पनघट पे मेरी पकड़े है बैंया
तंग मुझे करता है
संग मेरे लड़ता हाय
रामजी के कृपा से मैं बची
गोकुल की गलियों में जमुना किनारे
वो मोहे कंकरिया छुप-छुपके मारे
नटखट अदाएं, सूरत है भोली
होली में मेरी भिगोए वो चोली
बैंया ना छोड़े, कलईयां मरोड़े
पइयां पडूँ फिर भी पीछा ना छोड़े
मीठी मीठी बातों में मुझको फंसाए हाय
रामजी के कृपा से मैं बची
जब जब बजाए मोहन मुरलिया
छन-छन छनकती है मेरी पायलिया
नैनों से जब वो करे छेड़खानी
दिल थामे रह जाएँ प्रेम दीवानी
सुध-बुध गंवाई, नींदें उड़ाई
जो करने बैठी थी वो कर ना पाई
बड़ी मुश्किल से दिल को संभाला हाए
रामजी के कृपा से मैं बची
गोकुल का कान्हा हर दिल में समाया
मैं भाग्यशाली इन्हे मैंने पाया
माना के सब के हैं ये कन्हैया
कहलाएंगे पर भी तुम्हारे ही मैया
प्यारा पिया है, तुमने दिया है
ममता के आँचल में हमको लिया है
चरणों में तेरे ओ माँ हमको रहना है
रामजी के कृपा से मैं बची
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