नैनो में चले आओ,
श्याम दर्शन दिखाने को,
मेरे दिल में समा जाओ,
लौट के फिर ना जाने को…..
देखा है निगाहों ने,
जन्मो से तेरा रास्ता,
तेरे मिलने की चाहत में,
कभी रोता कभी हसता,
मालिक तेरे मंदिर में,
आज आजा तू मिलने को,
छोड़ के फिर ना जाने को,
नैनो में चले आओ,
श्याम दर्शन दिखाने को…….
मिल जाते अगर मोहन,
मेरी इस जिंदगानी में,
मेरा जीवन सफल होता,
तेरी इस मेहरबानी से,
तेरे चरणों में रहना है,
तेरे चरणों में रहना है,
छोड़कर इस ज़माने को,
नैनो में चले आओ,
श्याम दर्शन दिखाने को……
विनती है यही मेरी,
दिनों पे दया करना,
भगवान मेरे बन कर,
ह्रदय में रहा करना,
मन के मंदिर में तुम आओ,
लौट के फिर ना जाने को,
नैनो में चले आओ,
श्याम दर्शन दिखाने को……
Author: Unknown Claim credit