
सपने में सखी देख्यो नन्दगोपाल
सपने में सखी देख्यो नन्दगोपाल सपने में सखी देख्यो नन्दगोपाल,सावली सुरतीया हाथो मे बाँसुरिया,और घुंघराला बाल,सपने मे सखी देख्यो नन्दगोपाल।। व्रंदावन री कुंज गलियन मे,भागतो दोडतो देख्यो,देख्यो री सखी भागतो दौड़तो देख्यो,जंगल बिच मे गाय...