पवित्रा पहरे को दिन आयो।
केसर कुमकुम रसरंग वागो कुंदन हार बनायो॥१॥
जय जयकार होत वसुधा पर सुर मुनि मंगल गायो।
पतित पवित्र किये सुख सागर सूरदास यश गायो॥२॥
Author: Unknown Claim credit
पवित्रा पहरे को दिन आयो।
केसर कुमकुम रसरंग वागो कुंदन हार बनायो॥१॥
जय जयकार होत वसुधा पर सुर मुनि मंगल गायो।
पतित पवित्र किये सुख सागर सूरदास यश गायो॥२॥
Author: Unknown Claim credit
गुरूवार, 24 अप्रैल 2025
वरुथिनी एकादशीगुरूवार, 08 मई 2025
मोहिनी एकादशीसोमवार, 12 मई 2025
वैशाखी पूर्णिमाशुक्रवार, 23 मई 2025
अपरा एकादशीमंगलवार, 27 मई 2025
शनि जयंतीशुक्रवार, 06 जून 2025
निर्जला एकादशी