शाम मुरली बजाई कुंजनमों॥ध्रु०॥
रामकली गुजरी गांधारी। लाल बिलावल भयरोमों॥१॥
मुरली सुनत मोरी सुदबुद खोई। भूल पडी घरदारोमों॥२॥
मीराके प्रभु गिरिधर नागर। वारी जाऊं तोरो चरननमों॥३॥
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शाम मुरली बजाई कुंजनमों॥ध्रु०॥
रामकली गुजरी गांधारी। लाल बिलावल भयरोमों॥१॥
मुरली सुनत मोरी सुदबुद खोई। भूल पडी घरदारोमों॥२॥
मीराके प्रभु गिरिधर नागर। वारी जाऊं तोरो चरननमों॥३॥
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रविवार, 06 जुलाई 2025
देवशयनी एकादशीगुरूवार, 10 जुलाई 2025
गुरु पूर्णिमागुरूवार, 10 जुलाई 2025
आषाढ़ पूर्णिमासोमवार, 21 जुलाई 2025
कामिका एकादशीमंगलवार, 05 अगस्त 2025
पुत्रदा एकादशीशनिवार, 09 अगस्त 2025
रक्षा बन्धन