हाथ जोड़ के खड़ी हूँ तेरे द्वार मेरी मां,
पूरी कर दे मुरदे एक बार मेरी माँ,
तेरी कंजके बिठाऊ पूरी हल्वा खिलाऊ,
तेरी ज्योत जगाऊ,लाल चुनरी चढ़ाउ,
माता रानिये हो…

लेके तेरा नाम मैंने तुझको पुकारा है,
तेरा ही भरोसा मुझ तेरा ही सहारा है,
तू है दयावान ओ माँ ,तू ही मेरा दुःख टालेगी,
तू ही मेरी नैया मझदार से निकलेगी,
तू ही मुझको उतारेगी पार मेरी माँ,
पूरी कर दे मुरदे एक बार…

दे के मुझ लाल तू ही गोद मेरी भरेंगी,
तू ही मेरे घर का अँधेरा दूर करेगी,
मुख से तो बोलो माँ मुख से तो बोल मई भी तेरी संतान हूँ,
तुझ चुप देख के मई बड़ी परेशान हूँ,
दे दे ममता तू दे दे दुलर मेरी,
पूरी कर दे मुरदे एक बार…

हाथ जोड़ के खड़ी हूँ तेरे द्वार मेरी मां,
पूरी कर दे मुरदे एक बार मेरी माँ…

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