खोलो खोलो मां मंदिर के द्वारे, आए दर्शन को हम हैं तुम्हारे,
काटो भक्तों के संकट सारे, आए दर्शन को हम हैं तुम्हारे….

आज मन में यही हमने ठाना,
तेरे दर से ना दाती है जाना,
दे दो नैनो को अब तू नजारे, आए दर्शन को हम हैं तुम्हारे,
खोलो खोलो मां मंदिर के द्वारे…..

मन की कलियों से गुथी है माला,
तुमको पहनाएंगे मां ज्वाला,
दे दो दे दो दिलों को सहारे, आए दर्शन को हम हैं तुम्हारे,
खोलो खोलो मां मंदिर के द्वारे…..

आजा शेरों पर करके सवारी,
पूर्ण कर दो यह आशा हमारी,
तुमने लाखों के कारज संवारे, आए दर्शन को हम हैं तुम्हारे,
खोलो खोलो मां मंदिर के द्वारे…..

हम तुम्हारी ही करते हैं पूजा,
और तुमसा नहीं कोई दूजा,
चरण धोते हैं गंगा किनारे, आए दर्शन को हम हैं तुम्हारे,
खोलो खोलो मां मंदिर के द्वारे…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह