मुझे अपनी शरण में ले लो माँ, ले लो माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो माँ, ले लो माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो माँ,
लोचन मन में जगह न हो तो,
लोचन मन में जगह न हो तो,
जुगल चरण में ले लो माँ ले लो माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो माँ, ले लो माँ…..

जीवन देके जाल बिछाया,
रच के माया नाच नचया,
चिन्ता मेरी तभी मिटेगी,
चिन्ता मेरी तभी मिटेगी,
जब चिन्तन में ले लो माँ ले लो माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो माँ….

तूम ने लाखोँ पापी तारे,
मेरी बारी बाज़ी हारे बाज़ी हारे,
मेरे पास न पुण्य की पूँजी,
मेरे पास न पुण्य की पूँजी,
पदपूजन में ले लो माँ ले लो माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो माँ…..

माँ ओ माँ
माँ ओ माँ

घर घर अटकूँ दर दर भटकूँ,
कहाँ कहाँ अपना सर पटकूँ,
इस जीवन में मिलो न तुम तो माँ ओ माँ,
इस जीवन में मिलो न तुम तो,
मुझे मरण में ले लो माँ ले लो माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो माँ,
मुझे अपनी शरण में ले लो माँ…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

पापमोचनी एकादशी

मंगलवार, 25 मार्च 2025

पापमोचनी एकादशी
चैत्र नवरात्रि

रविवार, 30 मार्च 2025

चैत्र नवरात्रि
गुड़ी पड़वा

रविवार, 30 मार्च 2025

गुड़ी पड़वा
उगादी

रविवार, 30 मार्च 2025

उगादी
चेटी चंड

सोमवार, 31 मार्च 2025

चेटी चंड
राम नवमी

रविवार, 06 अप्रैल 2025

राम नवमी

संग्रह