पई फुल्लां वाली होवे बरसात,
माँ दे सोहने मंदिरा उत्ते,
फूल बरसनगे सारी सारी रात,, जय हो,
माँ दे सोहने मंदिरा उत्ते,
पई फुल्लां वाली होवे बरसात……

गुट्टा ते गुलाब गेंदा बरसन कलियाँ,
फूलां नाल सजिया माँ दर दिया गलियाँ,
शेरावाली माँ दी अज्ज क्या बात,, जय हो,
माँ दे सोहने मंदिरा उत्ते,
पई फुल्लां वाली होवे बरसात……

भगता ने फूलां वाला भवन सजाया ए,
श्रद्धा दे नाल जगराता करवाया ए,
होनी माँ दे नाल अज्ज मुलाकात,, जय हो,
माँ दे सोहने मंदिरा उत्ते,
पई फुल्लां वाली होवे बरसात……

विष्णु ब्रह्मा शिव आरती उतारदे,
आशु गुण गाउँदा सदा माँ दे दरबार दे,
कहन्दे कोमल जलंधरी दास,, जय हो,
माँ दे सोहने मंदिरा उत्ते,
पई फुल्लां वाली होवे बरसात……

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