जय जय जय श्री राम
जय जय जय श्री राम
चारो युगों के तुम प्रतापी बजरंगी बलशाली,
बजाये राम नाम की ताली,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम…..

सतयुग में तुम रूद्र कहाये त्रेता में हनुमत बन आये,
द्वापर युग में हरी मिलन की तुमने आस लगा ली,
बजाये राम नाम की ताली,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम…..

अजर अमर प्रभु गुण के सागर भर दो मेरी खाली गागर,
पवन पुत्र अंजनी के लाला करे भगत रखवाली,
बजाये राम नाम की ताली,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम…..

कलयुग में है वास तुम्हारा मेहंदीपुर है सच्चा द्वारा,
जो कोई सच्चे मन से आता भरते झोली खाली,
बजाये राम नाम की ताली,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह