छोटी सी झोपड़िया में होवे ना गुजारा,
भोले कोठी बनवा दो, भोले बंगला बनवा दो…..
तुम तो सजाए भोले जटा में गंगा,
तुम तो सजाए भोले माथे पे चंदा,
मोहे टीका बनवा दो, भोले बनवा दो,
छोटी सी झोपड़िया में होवे ना गुजारा…….
तुम तो सजाए भोले कानों में कुंडल,
तुम तो सजाए भोले सर्पों की माला,
मोहे हरवा बनवा दो, भोले बनवा दो,
छोटी सी झोपड़िया में होवे ना गुजारा…….
तुम तो सजाए भोले हाथों में डमरू,
तुम तो सजाए भोले हाथों में त्रिशूल,
मोहे चूड़ी बनवा दो, भोले बनवा दो,
छोटी सी झोपड़िया में होवे ना गुजारा…….
तुम तो सजाए भोले अंग विभूती,
तुम तो सजाए भोले अंग बाघम्बर,
मोहे लहंगा बनवा दो, भोले बनवा दो,
छोटी सी झोपड़िया में होवे ना गुजारा…….
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