दुनिया बनाने वाले दुनिया चलाने वाले, छुप के बैठे कहाँ,
काशी मे खोजा और कैलाशा ढूँढा तुझे, देखा ये सारा जहाँ,
नैन ये तरसे मेरे दर्श करा दो इन्हे, सामने आओ ज़रा,
तुम्ही हो बंधु मेरे, तुम्ही हो सखा मेरे तुमसे सारा जहाँ…..

भोले मेरी सांस चलती है दिन ये ढलता है नाम से तेरे,
किस्मत वो ही बनती है जो तू लिखता है हाथ सब तेरे,
भोले मेरी सांस चलती है दिन ये ढलता है नाम से तेरे,
किस्मत वो ही बनती है जो तू लिखता है हाथ सब तेरे……….

कष्ट कटें है मेरे मन के तन के,
भक्ति मैं शम्भू करने लगा हूँ जब से ,
आस मे बैठा है ये दीवाना कब से,
होश सभाला तुझे जाना है जब से,
तू ही तो रजता है, तू ही तो बसता है,
आँखों को चारो दिशा तू ही तू दिखता है,
तेरी रची दुनिया मे भोले सबसे पहले तू बाद सब तेरे,
किस्मत वो बनती है जो तू लिखता है हाथ सब तेरे,
भोले मेरी सांस चलती है दिन ये ढलता है नाम से तेरे,
किस्मत वो ही बनती है जो तू लिखता है हाथ सब तेरे…….

Author: Unknown Claim credit

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