नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय
भस्मांगरागया महेश्वराय
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय
तस्मै न काराय नमः शिवाय
नमः शिवाय, नमः शिवाय
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
तेरे डमरू पे ये सारी दुनिया डोले रे
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
तेरे डमरू पे ये सारी दुनिया डोले रे
जड़ी-बूटी का किया जो सेवन
अंग अंग बोले रे
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
तीनो लोक के स्वामी
मेरे अरज को सुन लो रे
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
रूप के भोले की मस्ती में
भूल जा सारे गम
होके मगन दोहराता जा
जब तक दम में दम
बस चार दिनों की खातिर
तू इस नश्वर जग में आया
है खुली आख सपना ये तेरा
जो दिखता सब मोह माया
केवल एक शिव ही सत्य है
बाकी सब यहाँ भरम
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले बम
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
तेरे डमरू पे ये सारी दुनिया डोले रे
जड़ी-बूटी का किया जो सेवन
अंग अंग बोले रे
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
तीनो लोक के स्वामी
मेरी अरज को सुन लो रे
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
चले ध्यान की धूनी सुल्गा ले
शम्भू
चले ध्यान की धूनी सुल्गा ले
मस्ती की भस्म रमा ले तू
जो कभी खर्च ना हो पाये
कुछ ऐसी चीज कमा ले तू
विष पी कर अमृत बाँट
तेरा भंडार ना होगा कम
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले बम
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
तेरे डमरू पे ये सारी दुनिया डोले रे
जड़ी-बूटी का किया जो सेवन
अंग अंग बोले रे
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले रे
तेरा नाथ है भोला भंडारी
जो अजर अमर अविनाशी है
उसे ढूंढ ले अपने अंदर
वो तो घट घट का वासी है
सांसों के वीणा पर गूँजे
शिव शम्भू की सरगम
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले बम
क्यों उलझा है इस दुनिया में
ये दुनिया आनी जानी है
कल की चिंता मत कर बंदे
तेरा पापा औघड़दानी है
ये शरद है केवल भक्ति की
कभी आंच ना हो कम
बम बम भोले
बम बम भोले
बम बम भोले बम
शिवम…
Author: Hansraj Raghuwanshi ,Shekhar Astitva & Hansraj Raghuwanshi