किस्मत लिखने वाले को भगवान कहते है ।
किस्मत बदलने वाले को महाकाल कहते है ॥
हर हर शम्भु बोलो शिव शंभू….
जटा में जिसके गंग कि धारा,
गले में सर्पों कि माला ।
जिसने सारा जग है तारा,
वही है सबका डमरू वाला ॥
जो त्याग के सब कुछ अपना सबको दान देते है ।
ऐसे ओघडदानी को मेरे महाकाल कहते है ॥
किस्मत लिखने वाले को भगवान कहते है ।
किस्मत बदलने वाले को महाकाल कहते है ॥
हर हर शम्भु बोलो शिव शंभू….
मौन में बैठे है कैलाशी,
दुनिया तुम्हारी दरश कि प्यासी ।
आ जाओ जीवन में भोले,
नाच रहे तेरे भक्त दिल खोले ॥
जो देकर अमृत सबको विष का पान करते है ।
ऐसे भक्तों के रखवाले को महाकाल कहते है ॥
किस्मत लिखने वाले को भगवान कहते है ।
किस्मत बदलने वाले को महाकाल कहते है ॥
हर हर शम्भु बोलो शिव शंभू ….
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