ऐसी लागी लगन है तेरे नाम की
बाबा लागी लगन है तेरे नाम की
कोई पागल बुलाए तो मैं क्या कारू
ऐसी लागी लगन है तेरे नाम की
बाबा लागी लगन है तेरे नाम की…….

तेरे चेहरे का तेज शंकर जी निराला है
शीश के चांद में तेरे नूर का उजाला है
तेरी जाटो से बहती जो गंग की धारा है
उसी के पवन जल ने सारे जग को तारा है

जबसे बाबा मेरे दिल को तू भा गया
कोई मुझको न भाए तो मैं कारू
ऐसी लागी लगन है तेरे नाम की
कोई पागल बुलाए तो मुझे क्या कारू
बाबा लागी लगन है तेरे नाम की…….

तेरी जटाओं का छोटा सा में बाल हूं
साथ तेरे होने भोलेनाथ बेमिसाल हूं
हाथ महाकाल तेरा थाम लिया डर कैसा
तेरा ही भक्त तेरा चेला तेरा लाल हूं
देखकर तुझको मुझको हाँ चैन आ गया
कोई बेचेन रहता तो क्या कारू

ऐसी लागी लगन है तेरे नाम की
बाबा लागी लगन है तेरे नाम की
बाबा लागी लगन है तेरे नाम की
कोई पागल बुलाए तो मैं क्या कारू
बाबा लागी लगन है तेरे नाम की…….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

पापमोचनी एकादशी

मंगलवार, 25 मार्च 2025

पापमोचनी एकादशी
चैत्र नवरात्रि

रविवार, 30 मार्च 2025

चैत्र नवरात्रि
गुड़ी पड़वा

रविवार, 30 मार्च 2025

गुड़ी पड़वा
उगादी

रविवार, 30 मार्च 2025

उगादी
चेटी चंड

सोमवार, 31 मार्च 2025

चेटी चंड
राम नवमी

रविवार, 06 अप्रैल 2025

राम नवमी

संग्रह