शिव पुराण शिवजी की आरती कीजिए।
शिव चरणों में ध्यान अपना दीजिए॥
ये महाग्रन्थ है शिव पुराण, सन्मार्ग दिखाने वाला,
सब बिगड़ी बनाने वाला – 2
सुनते सुजान, करते है ध्यान, शिव अमृत रस को पीजिए॥
झांकी अनूप, कल्याण रूप, सबके मन को ये भाये,
मन मंदिर में बस जाए -2
शिव ध्यान लगा, मन को भी जगा, तन मन धन अर्पण कीजिए॥
चौबीस हजार श्लोकों का सार, ये पावन ग्रन्थ कहाये,
शिव की महिमा बतलाऐ -2
हो जा पुनीत विषयों को जीत, मन कामना फल सब लिजिए॥
ये विश्वनाथ, करते संघात,सब दुख मिटाने वाला,
भव पार लगाने वाला -2
जप नमः शिवाय -2, जीवन सफल सब कीजिए॥
Author: Unknown Claim credit