तू ही मेरे मन की थाह जानता है,
मुक्ति की मेरी राह जानता है,
दुःख में भले सिमरन करूं,
ना कभी सुख में भुलाऊं,
ऐसे मुझमें जज्बात रखना,
भगवन मुझे सदैव अपने,
चरणों के साथ रखना…..

कृपा से तुम्हारी चाहा पाऊँ,
पाकर मन की ना इतराऊं,
ऐसी मुझमें औकात रखना,
भगवन मुझे सदैव अपने,
चरणों के साथ रखना…..

हर पल तेरा शुक्र मनाऊं,
महिमा यशश्वी सदैव मैं गाऊँ,
ऐसे सेवादारों की जमात रखना,
भगवन मुझे सदैव अपने,
चरणों के साथ रखना……

किस्मत वाला ही दर पे आता है,
आकर शरण में खुशियां वो पाता है,
भक्ति भरी मुझमें सौगात रखना,
भगवन मुझे सदैव अपने,
चरणों के साथ रखना,
भगवन राजीव को सदैव,
अपने चरणों के साथ रखना……

Author: Unknown Claim credit

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