माता रानी दया की सागर,
कहते है सब बात यही,
सब पे करुणा,,..
सब पे करुणा बरसाने वाली, शेरावाली मात यही।।

जो भी उलझन है दुनिया में, ये मिटाती सारी है,
सारी दुनिया इन्हे मनाती, ये जग की महारानी है,
भक्तो के संग में रहती है, जैसे भी हालात रहे,
सब पे करुणा बरसाने वाली, शेरावाली मात यही…..

सर माथे पर तेरी दया माँ, सबके सिर पे रहती है,
साथ कभी न छोड़े माँ तू, साया बनके रहती है,
मईया जी सब कर देती सबके बिगड़े दिन रात सही,
सब पे करुणा बरसाने वाली, शेरावाली मात यही…..

तेरे रहते फ़िक्र नहीं सब तुझ पर ही छोड़ दिया,
तुझसे मन को लगाया मोह, माया सब छोड़ दिया,
बिन कहे सब समझे है साजन के सब जजबात यही,
सब पे करुणा बरसाने वाली, शेरावाली मात यही……

Author: Unknown Claim credit

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