सुख देने वाले, दुख हरने वाले,
ऐसे गणराय को सबका प्रनाम,
सर्वप्रथम पूजा जिसकी होती,
गन गणपति उनका नाम….

लम्बोदर पीतांबर मूसक सवारी,
ललाट पै कुममुम शोभित भारी,
विद्या के दाता ज्ञान भंडारी,
छण भर मे विध्न हरते सारी,
सुमरन करता है जो कोई, सफल उसके सारे काम,
सुख देने वाले, दुख हरने वाले, ऐसे गणराय को सबका प्रनाम…..

रिद्धि-सिद्धि के गणपति दाता,
जो घर घर मे खुशियों लाता,
धन वैभव सुख शांति पाता,
जो गणपतिआरती रोज गाता,
जो मन से भजले गणेश, जग में होगा उसका नाम,
सुख देने वाले, दुख हरने वाले, ऐसे गणराय को सबका प्रनाम…..
श्रेणीगणेश भजन

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह