हम पे रहम करना हम पे कर्म करना,
आये तेरे दरबार में दाता तेरे प्यार में,
हम पे रहम करना हम पे कर्म करना,

खुश नसीबी का पल है आया सतगुरु ने दर्श दिखाया,
तेरे दर में शोभा करदा रहा मैं हर पल गुरु जी जपदा रहा,
हम पे रहम करना हम पे कर्म करना,

सोना सतुगरु मिल गया मैनु,
तकदा रहा मैं हर पल एहनु,
तेरा साथ सदा ही मिलदा रवे,
तेरी खुशबू से घर ये खिलता रहे,
हम पे रहम करना हम पे कर्म करना,

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

षटतिला एकादशी

शनिवार, 25 जनवरी 2025

षटतिला एकादशी
बसंत पंचमी

रविवार, 02 फरवरी 2025

बसंत पंचमी
जया एकादशी

शनिवार, 08 फरवरी 2025

जया एकादशी
माघ पूर्णिमा

बुधवार, 12 फरवरी 2025

माघ पूर्णिमा
विजया एकादशी

सोमवार, 24 फरवरी 2025

विजया एकादशी
महा शिवरात्रि

बुधवार, 26 फरवरी 2025

महा शिवरात्रि

संग्रह