श्री गुरुबर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ ,
इस जीवन मे उनके दुख का निश्चय ही संघार हुआ ,
ऐसे गुरुवर की पूजा करुं,
ध्यान चरणों मे उनके धरू
हम सब है गरूदेव शरण मे ,
हम सब है गुरदेव शरण मे

नाम ऊँचा है सबसे गुरदेव का,
वंदना करते ही सबका है संकट मिटा,
इसकी पूजा से वरदान पातें हैं सब,
भक्ति का दान पातें हैं सब,
सभी शिष्य मंडल पर प्यारे गुरुवर का उपकार हुआ,
जो भी जाए गुरु शरण मे उसका बेड़ा पार हुआ,

आओ भक्तो चलो मिलकर गुरुवर के द्वार,
अपनी सोई हुई तू है, किश्मत सँवार,
सौप जीवन की डोरी, तू गुरुवर के हाथ,
उनके चरणों मे रखदे तू माथ
जीवन से अंधियारा तेरे, पल में है मिट जाएगा.
कर ले गुरु की सेवा प्यारे भव सागर तर जाएगा

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