ओ खाटू के राजा,जरा नीले चढ़ के आजा,

भगत रहे हैं पुकार

तेरे आवन की खातिर बिछाये,

आँखे राहों पर,बाट रहे हैं निहार

ओ खाटू के राजा…..

भगतों ने मिलकर के ,तुमको बुलाया है

भावों के फूलों से ,तुमको सजाया है

अब देर न करना जरा भी,आन विराजो श्याम सिंघासन तैयार

ओ खाटू के राजा……

दिल के सिंघासन पे,तुमको बिठाएंगे,

नित चरणों में तेरे,तेरा गुणगान गाएंगे,

दिया है रूखा-सूखा जो,वहीँ सब अर्पण है तुझको कर लेना स्वीकार

ओ खाटू के राजा………..

दर आये भगतों को,दर्शन दिखादो श्याम,

हम हार न जाए,अपना बनालो श्याम,

बस एक ही अरजी, चरण में तेरे,”नादाँ “की मिलता रहे तेरा प्यार

ओ खाटू के राजा…….

Author: Sanjay Mittal

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