अगर तू चाहे तो संवारा मेरा काम हो जाए,
एह श्याम तेरे भगतो में मेरा नाम हो जाए,
जबा संकट में गिरता हु मारा मारा फिरता हु
फिर श्याम धनि से मिल कर फरयाद यही करता हु
मेरे जन्म जन्म का साथी मेरा श्याम हो जाए,
एह श्याम तेरे भगतो में मेरा नाम हो जाए,
मैं ढूंडा हर गलियों में दिलदार नही कोई ऐसा,
जो प्यार करे प्रेमी से मेरे श्याम धनि के जैसा
तेरे नाम से मेरी सुबह और शाम हो जाए,
एह श्याम तेरे भगतो में मेरा नाम हो जाए,
ये सुरेश राजस्थानी तुझे अपना हाल सुनाये
है एक तमना दिल में जो तुझको आज बताये,
तेरे हर भगतो के घर में तेरा धाम हो जाए ,
एह श्याम तेरे भगतो में मेरा नाम हो जाए,
Author: Ram Kumar Lakha