कईया बैठ्या हो चुपचाप,

बाबा थे म्हारा माँ बाप,

म्हापे लागि थारी छाप,

थारे भरोसे म्हे हाँ साँवरा,

ओ थारे भरोसे म्हे हाँ साँवरा।।

थारे हाथा में म्हारी जीवन डोर है,

थारे आगे ही रोने को मेरो जोर है,

म्हाने थारो ही आधार,

म्हारो था पर दारमदार,

म्हारो सारो परिवार,

थारे भरोसे म्हे हाँ साँवरा,

ओ थारे भरोसे म्हे हाँ साँवरा।।

मेरो दूजो नहीं है कोई आसरो,

थे ही पीहर हो थे ही म्हारो सासरो,

म्हाने थारे से ही आस,

म्हारो थारे पर विश्वास,

म्हे तो चरणा रा दास,

थारे भरोसे म्हे हाँ साँवरा,

ओ थारे भरोसे म्हे हाँ साँवरा।।

कईया बैठ्या हो चुपचाप,

बाबा थे म्हारा माँ बाप,

म्हापे लागि थारी छाप,

थारे भरोसे म्हे हाँ साँवरा,

ओ थारे भरोसे म्हे हाँ साँवरा।।

Author: Gokul Sharma

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

पापमोचनी एकादशी

मंगलवार, 25 मार्च 2025

पापमोचनी एकादशी
चैत्र नवरात्रि

रविवार, 30 मार्च 2025

चैत्र नवरात्रि
गुड़ी पड़वा

रविवार, 30 मार्च 2025

गुड़ी पड़वा
उगादी

रविवार, 30 मार्च 2025

उगादी
चेटी चंड

सोमवार, 31 मार्च 2025

चेटी चंड
राम नवमी

रविवार, 06 अप्रैल 2025

राम नवमी

संग्रह