मेरी इस ज़माने में हस्ती न होती,

अगर तुम न होते अगर तुम न होते,

किनारे पे मेरी कश्ती न होती,

हम थक गए थे भटक ते भटक ते
गिरे जा रहे थे सम्बलते सम्बलते,

उठ ने की मुझ में शक्ति न होती,

अगर तुम न होते अगर तुम न होते…

संकट भी आये हमें है डराए
भरोसा हमारा हमें है जिताये,

मेरे दिल में तेरी भक्ति न होती,

अगर तुम न होते अगर तुम न होते….

कहने को तो है सब कुछ हमारा
मगर सच ये है सब कुछ तुम्हारा,

किस्मत भी इतनी अच्छी न होती,

अगर तुम न होते अगर तुम न होते

कहता है मोहित धन्यवाद तेरा
तुमसे ही जीवन आबाद मेरा,

खुशिया भी इतनी सस्ती ना होती,

अगर तुम न होते अगर तुम न होते

Author: Sanjay Mittal

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