झलक बांके बिहारी की,
मेरे इस मन में भायी है,
मधुर मुस्कान की महिमा,
मेरे होंठो ने गायी है……

तुम्हारे प्यार में बेहद यहाँ,
दुःख क्यों सहा मैने,
हमारी क्यों ज़माने में,
अजब हालत बनाई है,
मधुर मुस्कान की महिमा,
मेरे होंठो ने गायी है…..

तुम्हारे नाम की माला तो हम,
दिन रात जपते है,
अनोखी चाहते लेकर,
तुम्हारी याद आई है,
मधुर मुस्कान की महिमा,
मेरे होंठो ने गायी है……

सुना है हमने ये स्वामी,
दयानिधि तुम कहाते हो,
तभी तक़दीर भी मेरी,
मुझे इस दर पे लाई है,
मधुर मुस्कान की महिमा,
मेरे होंठो ने गायी है…….

कभी शबरी कभी तुलसी,
कभी सूरा कभी मीरा,
सुदामा भक्त जैसो से,
बहुत यारी निभाई है,
मधुर मुस्कान की महिमा,
मेरे होंठो ने गायी है……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

गीता जयंती

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

गीता जयंती
मोक्षदा एकादशी

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

मोक्षदा एकादशी
दत्तात्रेय जयंती

शनिवार, 14 दिसम्बर 2024

दत्तात्रेय जयंती
अन्नपूर्णा जयन्ती

रविवार, 15 दिसम्बर 2024

अन्नपूर्णा जयन्ती
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

रविवार, 15 दिसम्बर 2024

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
संकष्टी चतुर्थी

बुधवार, 18 दिसम्बर 2024

संकष्टी चतुर्थी

संग्रह