हो म्हारे सारे दुःख दूर हुए
हो म्हारे सारे दुःख दूर हुए जब तेरा नाम लिया……… मीरा ने पुकारा आजा मेरे सांवरे,आजा मेरे सांवरे हो आजा मेरे सांवरे,हो प्याले में आण रमे हो जब तेरा नाम लिया,हो म्हारे सारे दुःख दूर...
हो म्हारे सारे दुःख दूर हुए जब तेरा नाम लिया……… मीरा ने पुकारा आजा मेरे सांवरे,आजा मेरे सांवरे हो आजा मेरे सांवरे,हो प्याले में आण रमे हो जब तेरा नाम लिया,हो म्हारे सारे दुःख दूर...
बरसाने की रज्ज अमृत है पावन है ब्रिज धाम,तू ना भटके फिर लख चौरासी बस गा ले राधा नाम….. राधा नाम जपा कर बन्दे काम यही बस आएगा,अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,राधा...
गोरे गोरे रंग दे उत्ते जादू कर गया काला,नी मै कीनू दस्सा नी दिल मेरा ले गया हारावाला….. जद मै गइया पानी भरन नु मगरो तुर गया काला,नैना दे नाल नैन मिलाके पानी डुल गया...
सोच रही मन में समझ रही मन में,थारो म्हारो न्याय होवे लो सत्संग में…. ओढ़ चुनार मैं तो गयी सत्संग में,ओढ़ चुनार मैं तो गयी सत्संग में,साँवरियो भिगोई म्हाने हरे-हरे रंग में…. साधारी संगत गुरासा...
गोदी में उठा लो मेरी मां कान्हा छोटे हैं….. मेरे कान्हा का छोटा सा माथा है,मुकुट पहना दो मेरी मां कान्हा छोटे हैं….. मेरे कान्हा का छोटा सा गला है,हार पहना दो मेरी मां कान्हा...
श्री कृष्ण गोबिंद, हरे मुरारी, हे नाथ नारायण, वासुदेवा llराधे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा, कृष्णा कृष्णा, राधे राधेश्री कृष्ण गोबिंद, हरे मुरारी, हे नाथ नारायण, वासुदेवा llराधे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा, कृष्णा कृष्णा, राधे राधे llॐ भगवते,...
तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले,तुलसी पे रीझे श्याम तुलसी पर मचले,तुलसी कहां से लाऊं रे श्याम तुलसी पर मचले...... तुलसी को देखा मैंने भोले के अंगना,पार्वती तोड़न ना देवे, श्याम तुलसी...
छवि देख हुई मैं भाव विभोर,बाँधी तुम संग प्रीत की डोर,बाँधी तुम संग प्रीत की डोर,छवि देख हुई मैं भाव विभोर..... नयनाभिराम तुम्हारी सूरत,दिल में बस गई प्यारी मूरत,प्रियतम तुम मेरे चित्त चोर,छवि देख हुई...
श्यामा श्याम सलोनी सूरत को श्रृंगार बसंती है,किशोरी श्याम सलोनी सूरत को श्रृंगार बसंती है………. मोर मुकुट की लटक बसंतीचंद्रकला की चटक बसंती,मुख मुरली की मटक बसंती,सिर पै पैंच श्रवण-कुंडल छविदार बसंती है,श्यामा श्याम….. माथे...
दे दो पनाह अपनी दे दो पनाह अपनी,भूले भुलाके दाता करदे निगाह अपनी….. कैसा ये ज़लज़ला है मौतों का सिलसिला है,अपनी ही ग़लतियों का शायद यही सिला है,अपना समझ के दाता दे दे सलाह अपनी……...
श्याम नाम की मेहंदी रचाकर,घूँघट में शर्माउंगी,बनके दुल्हनिया श्याम पिया की,ब्रज नगरी अब जाउंगी,ब्रज नगरी अब जाउंगी…….. श्याम नाम की मांग भरी और,श्याम चुनरिया ओढ़ी रे,श्याम प्रीत रंग राची ऐसी,दुनिया से मुख मोड़ी रे,वो मेरा...
सखी वृन्दावन जाउंगी,मेरे उठे विरह में पीर,सखी वृन्दावन जाउंगी,मुरली बाजे यमुना तीर,सखी वृन्दावन जाउंगी…. छोड़ दिया मैंने भोजन पानी,श्याम की याद में,छोड़ दिया मैंने भोजन पानी,श्याम की याद में,मेरे नैनन बरसे नीर,सखी वृन्दावन जाउंगी….. श्याम...