सुनी है गोकुल नगरिया आजा आजा सांवरिया,
आजा सांवरिया घर आजा सांवरिया,
सुनी है गोकुल नगरिया आजा आजा सांवरिया……
बरसाने के रसिक बुलामें,
पल पल तेरी राह निहारे,
सखियां देखें डगरिया आजा आजा सांवरिया,
सुनी है गोकुल नगरिया आजा आजा सांवरिया……
बरसाने से चली गुजरिया,
दही माखन की लेकर मटकिया,
आजा माखन चूरैया आजा आजा सांवरिया,
सुनी है गोकुल नगरिया आजा आजा सांवरिया……
जमुना तट पर बंसी बजैया,
काली देह पर नाग नथिया,
कहां छुपे हो कन्हैया आजा आजा सांवरिया,
सुनी है गोकुल नगरिया आजा आजा सांवरिया……
ऐसी प्रीत करी मनमोहन,
तेरे बिन सखी हो गई जोगन,
ढूंढे डगर और डगरिया आजा आजा आजा सांवरिया,
सुनी है गोकुल नगरिया आजा आजा सांवरिया……
Author: Unknown Claim credit