शिव मुझमे है शिव तुम में है ….
शिव अनेक में शिव एक है ….
हर कण-कण का मन है शिव से रौशन,
बोल बम-बम मिलेंगे शिव के दर्शन
बन जाऊं भस्म शिव मुझको ओढ़ ले,
मिल जाए अगर शिव जीवन भी छोड़ दे

शिव राख है, शिव आग है,
शिव अनेक में शिव एक है ….
शिव ही में धरती शिव ही में गगन समाये ,
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय…..

शिव ही दिन, शिव ही रात सजाये,
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय……
शिव ही से मुक्ति , शिव ही से जीवन पाए,
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय……

शिव ही गंगा, शिव ही प्यास जगाये,
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय……
शिव ही अमृत शिव ही विष पिलाये,
शिव प्राण है, शिव काल है
ओमकार है……….., महाकाल है……..

शिव मुझ में है, शिव तुम में है….।
शिव अनेक में, शिव एक है….।।

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

दुर्गा अष्टमी

शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2024

दुर्गा अष्टमी
महा नवमी

शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2024

महा नवमी
दशहरा

शनिवार, 12 अक्टूबर 2024

दशहरा
पापांकुशा एकादशी

सोमवार, 14 अक्टूबर 2024

पापांकुशा एकादशी
कोजागर लक्ष्मी पूजा

बुधवार, 16 अक्टूबर 2024

कोजागर लक्ष्मी पूजा
अश्विन पूर्णिमा

गुरूवार, 17 अक्टूबर 2024

अश्विन पूर्णिमा

संग्रह