देवों के देव तुम महादेव

देवों के देव तुम महादेव

देवों के देव तुम महादेव,
देखूं में जहां तुम वहां देव ।
मेरे रग रग में हो भोलेनाथ,
तुम चलो साथ चलूं जहां देव ॥

तुम नीलकंठ तुम हरिकंठ,
तुम हरी हरी विषभरी कंठ,
तुम शंकर हो तुम सर्वदेव,
तुम विष से नीली करी कंठ,
मेरे शंभूनाथ मेरे भोलेनाथ,
तेरे बिन में जाऊं कहां देव ।
देवों के देव तुम महादेव,
देखूं में जहां तुम वहां देव ।
मेरे रग रग में हो भोलेनाथ,
तुम चलो साथ चलूं जहां देव ॥

तुम हो गिरीष, तुम शास्वत,
तुम रुद्र रुद्र, तुम साक्षत,
तुम त्रिलोकेश, तुम ब्योमकेश,
नाथों के नाथ तुम महानाथ,
तुम सोम सोम सर्वज्ञ देव,
कर दे ना गलतियां क्षमा देव ।
देवों के देव तुम महादेव,
देखूं में जहां तुम वहां देव ।
मेरे रग रग में हो भोलेनाथ,
तुम चलो साथ चलूं जहां देव ॥

तू मस्त मलंग, तू पिए भंग,
तू हें भगतों के अंग संग,
तेरे राज में भोले मौज करे,
तेरे मस्ती का है चढ़ा रंग,
जब तक तू है कोई फिकर नहीं,
किसी और का कोई जिक्र नहीं,
मेरे साथ साथ तू रहा देव ।
देवों के देव तुम महादेव,
देखूं में जहां तुम वहां देव ।
मेरे रग रग में हो भोलेनाथ,
तुम चलो साथ चलूं जहां देव ॥

अब तुहीं मेरा सहारा हें,
तेरे बिन न कोई हमारा हें,
मेरा हाथ न भोले छोड दियों,
बिन तेरे नहीं गुजारा हें,
तेरे प्यार की भोले लगी लगन,
तुझमेही हरपल रहूं मगन ।
देवों के देव तुम महादेव,
देखूं में जहां तुम वहां देव ।
मेरे रग रग में हो भोलेनाथ,
तुम चलो साथ चलूं जहां देव ॥

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा
षटतिला एकादशी

बुधवार, 14 जनवरी 2026

षटतिला एकादशी
मकर संक्रांति

बुधवार, 14 जनवरी 2026

मकर संक्रांति
जया एकादशी

सोमवार, 26 जनवरी 2026

जया एकादशी

संग्रह