हरि का भजन करो, हरि है हमारा,
हरि के भजन बिन, ना हीं गुजारा
हरि का भजन करो………
हरि नाम से तेरा काम बनेगा,
हरि नाम ही तेरे साथ चलेगा,
हरि नाम लेने वाला,
हरि का है प्यारा…..
कोई कहे राधेश्याम, कोई कहे सीताराम,
कोई गिरिधर गोपाल, कोई राधामाधव लाल,
वोही हरि दीन बंधू, वोही हरि करुना सिन्धु,
नमो बारम्बारा,
हरि का भजन करो………..
सुख़ दुःख भोगे जाओ, लेखा सब मिटाते जाओ,
हरि गुण जाओ, हरि को रिझाते जाओ,
वोही हरि दीन बंधू, वोही करी करुना सिन्धु,
सब का है प्यारा,
हरि का भजन करो…………
दीनो पर दया करो, बने तो सेवा भी करो,
मोह सब दूर करो, प्रेम हरि ही से करो,
यही भक्ति यही योग, यही ज्ञान सारा ,
हरि का भजन करो…….
Author: भरत कुमार दवथरा