मन भजन कर हरी नाम का ,
हरी नाम बिन प्रभु नाम बिन जीवन नही किसी काम का,

ये नाम ही सुख सार हा ये नाम ही धार है,
यह नाम ही आधार है,ये नाम रस धर है,
इस नाम के ही भजन से होनी नैया पार है,
मन भजन कर हरी नाम का ……

ये नाम ही सचाई है ये नाम ही सुख दाई है,
इस नाम से तू प्यार कर इस नाम का ही विचार कर,
इस नाम के ही जपान से होना वेडा पार है,
मन भजन कर हरी नाम का …..

इस नाम का तू शरवन कर इस नाम में ही रमन कर,
इस नाम रस का पान कर इस नाम का ही गान कर,
इस नाम के ही मनन से होना तेरा उधार है……
मन भजन कर हरी नाम का ………

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