नारायण नारायण नारायण,
भजले घडी दो घड़ी नायरण,
ये नाम बड़ा अनमोल बड़े मीठे इसके बोल,
नारायण नारायण नारायण….
ये जीवन की सचाई है मोह माया काम ना आइए है,
तूने पाप किये या पुण्य किये बस येही तेरी कमाई है,
नारायण नारायण नारायण…..
ये तुझपे निर्भर करता है तू भाव से भेज या भय से भज,
हर हाल में ठाकुर खुश होंगे,
तू प्रेम से भज या खीज के भज,
नारायण नारायण नारायण……
सांसो का भरोसा ना कर ना ना जाने कब रुक जाये,
कहे कल परसो के चाकर में हाथो से वक़्त निकल जाये,
नारायण नारायण नारायण,
कलयुग में हरी को पाने की नहीं इस से सरल कोई युक्ति,
कहता मोहित इतहास गवाह सिमरन से ही मिलती मुक्ति,
नारायण नारायण नारायण,
Author: Unknown Claim credit