सबसे ही प्रथम में

दोहा – पहले गणपति पूज के पाछे करिये काज,
बीच सभा में बैठयां मेरी पत रखियों महाराज,

सबसे ही प्रथम में, सारे जगत में ॥
तेरी पूजा होरियाँ ,
गणपति बप्पा मोरियां.॥

पिता पुरूष तेरा, शंकर कहावे,
गौरीजा तेरी माता कहावे ॥
गोदी उठाके, लाड़ लड़ाके ॥
देवे तुझको लोरियाँ,
गणपति बप्पा मोरिया……

ब्रह्मा, विष्णु, महेश ध्यावे,
सबसे पहले नाम तेरा आवे ॥
गज मुख दाता, सबके विधाता ॥
जग पे कृपा तोरिया,
गणपति बप्पा मोरिया……

देव पुजारी पूजा, करे करे पल पल जी,
जीवन पखेरू शायद होवे न कल जी ॥
तेरे ही बच्चों की, अकलों के कच्चों की ॥
तेरे ही हथ में डोरियाँ,
गणपति बप्पा मोरिया………

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