तुम्ही श्याम अपने,
सगरे पराए,
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए ||
कहते थे खुद को,
जीवन के संगी,
बदले जमाना,
बदलेंगे ना कभी,
भागे जो रैन भागे,
सूरज उगाए ||
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए,
तुम्ही श्याम अपने,
सगरे पराए,
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए ||
दुनिया के मेले में,
तुमको भूलाया,
कभी नाम तेरा,
ज़ुबान पे ना लाया,
फिर भी पुकार सुन,
तुम चले आए ||
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए,
तुम्हीं श्याम अपने,
सगरे पराए,
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए ||
अच्छा हुया जो,
बुरा वक़्त आया,
अपने पराए को,
मैं जान पाया,
टूटा भरम चलो,
गंगा नहाए ||
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए,
तुम्हीं श्याम अपने,
सगरे पराए,
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए ||
अनमोल हैं तेरी,
दया के फसाने,
तू हैं अजब तेरे,
अजब हैं दीवाने,
नंदू दीवानो संग,
अलख जगाए ||
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए,
तुम्हीं श्याम अपने,
सगरे पराए,
काम पड़ा तो,
तुम्ही काम आए ||
Author: Kumar Vishu