सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ,
सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ,
ईक दिन तो तरस आयेगा तुम्हे तुम रुठी रहोगी कब तक माँ,
सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ……

किस्मत के पड़े चाँटे माँ हर ओर बिखर गये काँटे माँ,
फिर दामन छोड़ा ना तेरे चरणो से नाता जोड़ा माँ,
अब हाथ पकङ कर ले जाना माँ भक्ति के शिखर तक
सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ
ईक दिन तो तरस आयेगा तुम्हे तुम रुठी रहोगी कब तक माँ
सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ….

तुम ममता का निर्मल सागर हो तुम दाती माँ बङी दयालु हो,
तेरी करुणा नही सो सकती तू पत्थर दिल नही हो सकती,
ईक हम ही पे आके कब से खड़े तेरा अमृत पहुँचा सब तक माँ,
सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ,
ईक दिन तो तरस अायेगा तुम्हे तुम रुठी रहोगी कब तक माँ,
सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ……

तेरे सच्चे ही माँ दरबारो से तेरे दया के ही भण्डारो से,

ओ मनवांछित खुशीया सब को मिली जीवन की है गाड़ी सब की चली,
तेरे द्वारे पे धूणी रमाये हुऐ जो खाली रहे हम तो माँ,
सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ,
सूरज है चमकता जब तक माँ तेरी पूजा करेगे तब तक माँ……

Author: Unknown Claim credit

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