सालासर से लाई बीजना

सालासर से लाई बीजना
यामैं जड़ रही गोटा किनार बड़े जोर का बीजना….

रस्ते में मिल गए बालाजी,
मोहे साच ही साच बता कहां से लाई बीजना,
मैं तो गई सालासर धाम जी,
माता अंजनी ने दिया गढ़ाए झनाझन बाजे बीजना….

रस्ते में विष्णु मिल गए,
मोहे साची साच बता कहां से लाई बीजना,
मैं तो गई थी बैकुंठधाम जी,
माता लक्ष्मी ने दिया गढ़ाए झनाझन बाजे बीजना….

रस्ते में भोले मिल गए,
मोहे साची साच बता कहां से लाई बीजना,
मैं तो गई थी काशीधाम जी,
माता गोरा जी ने दिया गढ़ाए झनाझन बाजे बीजना….

बस्ती में रामा मिल गए,
मोहे साची साच बता कहां से लाई बीजना,
मैं तो गई थी अयोध्या धाम जी,
माता सीता जी ने दिया गढ़ाए झनाझन बाजे बीजना….

रस्ते में कान्हा मिल गए,
मोहे साची साच बता कहां से लाई बीजना,
मैं तो गई वृंदावन धाम जी,
मोहे राधा जी ने दिया गढ़ाए झनाझन बाजे बीजना.

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी
ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा

संग्रह