
ईश्वर भक्ति
अभिलाषाएं मन की उनकी होती हैं पूर्ण,ईश्वर भक्ति में जीवन जो लगा देते हैं सम्पूर्ण,आधि व्याधि आमर्ष सब कष्टों संतापो का साथ,नहीं रहता उनके जिनके सर पे रहता हरि का हाथ,सुख सदैव भाग्य में उनके...
भगवान विष्णु के शांतिदायक भजन और स्तुतियाँ! संकटों का निवारण, धर्म की रक्षा। पूर्ण संग्रह BhaktiRas.in पर।
अभिलाषाएं मन की उनकी होती हैं पूर्ण,ईश्वर भक्ति में जीवन जो लगा देते हैं सम्पूर्ण,आधि व्याधि आमर्ष सब कष्टों संतापो का साथ,नहीं रहता उनके जिनके सर पे रहता हरि का हाथ,सुख सदैव भाग्य में उनके...
तू ही मेरे मन की थाह जानता है,मुक्ति की मेरी राह जानता है,दुःख में भले सिमरन करूं,ना कभी सुख में भुलाऊं,ऐसे मुझमें जज्बात रखना,भगवन मुझे सदैव अपने,चरणों के साथ रखना….. कृपा से तुम्हारी चाहा पाऊँ,पाकर...
अखियां खोलो तो हरी देवउठनी ग्यारस आई,देवउठनी ग्यारस आई शुभ मंगल ग्यारस आई,अखियां खोलो तो हरी देवउठनी ग्यारस है….. हाथों में मेरे गंगाजल लोटा,अखियां खोलो तो हरी तुमरे चरण दिलाने आई,अखियां खोलो तो हरी देवउठनी...
हरी का भजन कर प्यारी उमरिया बीती जाती है…. कौन शुभ कर्म कराया मानुष तन पृथ्वी पर पाया,फिरे माया के चक्कर में मौत नहीं याद आई है,हरी का भजन कर प्यारी उमरिया बीती जाती है…....
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,भजमन नारायण नारायण,कर अपने प्रभु का चिंतन,कहीं बीत ना जाये जीवन,चाहे तू जो आत्म ज्ञान,भजमन नारायण नारायण……. जग से क्या नेह लगाना,बैरी जग छोड़ के जाना,जग से क्या नेह लगाना,बैरी जग...
नमो नारायण नमो नारायण नमो नारायण रटता जा,ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ ॐ हरि ॐ हरि जपता जा…… नारायण वैकुंठ पति है, गल वैजंती माला है,चरण कमल से गंगा निकली, चरणामृत...
करले चिंतन छोड़ दे चिंता,सब उसके है हाथ,बैठा है वो चिंता हरन को,सदा ही तेरे साथ,करले चिंतन छोड़ दे चिंता…… चिंता बनती चिता का कारण,करले तनिक विचार,एक बार मन की व्यथा सब कहदे,जाकर उसके द्वार,हर...
ॐ नमो भगवते, वासुदेवाय, वासुदेवाय हरी, वासुदेवाय ll पुरषोत्तम* हरी, वासुदेवाय l सर्वोत्तम हरी, वासुदेवाय lॐ नमो भगवते, वासुदेवाय, वासुदेवाय हरी, वासुदेवाय l १ l नटवर नावर*, वासुदेवाय l सरवर सुख सागर, वासुदेवाय lॐ नमो...
हरी बामन भेष बनाये बली राजा को छलने आये….. इनके नन्ने नन्ने हाथ इनके नन्ने नन्ने पांव,मृग छाला बगल में दबाये,बली राजा को छलने आये….. माथे तिलक सोहे. शिर पर छत्र धरे,हाथौ में कमण्डल झुलाये,बली...
ले लो रे हरी का नाम,कर्मा का साथी कोई नही…. एक माट्टी के दो दिवे थे,दोनोवा के न्यारे न्यारे भाग,कर्मा का साथी कोई नही,एक जलया है माँ के मंदिर में,दूजा चौराहे के बिच,कर्मा का साथी...
राम नाम की लूट है लूटत बने तो लूट,अंत समय जब आएगा तो कुछ ना हमसे पूछ!! हरि भजन में दिल को लगाना,जिंदगी का नहीं है ठिकाना…. हरदम जपते रहो राम के नाम को,कौन कहता...
धनवानो का मान जगत में निर्धन का सम्मान नहीं,हे नारायण मुझे बता दो निर्धन क्या इंसान नहीं….. एक को देते सुख का साधन दूजे को दुख देते हो,हम भी तो लेते नाम तुम्हारा हमको क्यों...