शिवजी, भोलेनाथ के तांडव और भक्ति भजन! शिव अमृतवाणी से जुड़ें, मोक्ष का मार्ग पाएं। सभी शिव स्तोत्र BhaktiRas.in पर।

दीवानों फूल बरसाओ मेरे महाकाल आए है

दीवानों फूल बरसाओ मेरे महाकाल आए है

दीवानों फूल बरसाओ,मेरे महाकाल आए है,मेरे महाकाल आए हैं,दीवानों आरती गाओ,मेरे महाकाल आए हैं…… गले में नाग की माला,है ओढ़े हुए है मृगछाला,नहाए हुए है भस्मी से,जटा में गंग की धाराबजे करताल डमरू की,मेरे महाकाल...

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं,ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है……. भगत के दिल को यूँ ना तोड़ देनानिराशा कर प्रभु...

डमरू वाले आजा तेरी याद सताए

डमरू वाले आजा तेरी याद सताए

डमरू वाले आजा,तेरी याद सताए,मेरा ये भरोसा,कहीं टूट ना जाए,छुपा कहाँ आजा भोलेनाथ,डमरू वालें आजा,तेरी याद सताए,मेरा ये भरोसा,कहीं टूट ना जाए…… मन ये पुकारे दिल के सहारे,नैना हमारे तेरा रस्ता निहारे,हर पल विचारे,छुपा कहाँ...

भोलेनाथ मैं आया तेरे चरणों में

भोलेनाथ मैं आया तेरे चरणों में

अब सब कुछ संभालो भोलेनाथ,मैं आया तेरे चरणों में,तेरे द्वार खड़ा हूँ लाचार,बस जाओ मेरे कण कण में,अब सब कुछ संभालो भोलेनाथ,मैं आया तेरे चरणों में….. जटा में तेरी गंग की धारा,गले लिपटाए भोले सर्पो...

शिव शंकर तुम कैलाशपति

शिव शंकर तुम कैलाशपति

तर्ज – दिल लूटने वाले जादूगर शिव शंकर तुम कैलाशपति,है शीश पे गंग विराज रही,शिव शंकर तुम कैलाश-पति,है शीश पे गंग विराज रही….. माथे पर चंद्र का मुकुट सजा,और गल सर्पो की माला है,माँ पारवती...

जटा में तेरी गंगा विराजे माथे चन्द्र सजाया

जटा में तेरी गंगा विराजे माथे चन्द्र सजाया

( दुखियों के सब दुःख हर लेते हैं,भस्म लपेटे रहते हैं,कष्ट उन्हें क्या जो भोले की,शरण में हरपल रहते हैं॥ ) जटा में तेरी गंगा विराजे, माथे चन्द्र सजाया,जटा में तेरी गंगा विराजे, माथे चन्द्र...

भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है

भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है

भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है,भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है,भक्तों का पार बेड़ा, हाथों हाथ कर रहा,भोलेनाथ जी का डमरू दिन रात बज रहा है….. माया में फस...

मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले

मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले

तर्ज – मैं ढूढ़ता हूँ जिनको मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले,दुःख से मुझे उबारो पाँवो में पड़ गए छाले,मैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले….. फसीं है भवरो में...

कैसे मैं शिव को मनाऊ हो शिव मानत नाही

कैसे मैं शिव को मनाऊ हो शिव मानत नाही

कैसे मैं शिव को मनाऊ हो,शिव मानत नाही,कैसे भोले को मैं मनाऊ हो,भोले मानत नाही…… लाडू और पेड़ा वाके,मनहु ना भावे,भांग धतूरा कहाँ पाऊ हो,शिव मानत नाही….. हल्दी और कंकु वाके,मनहु ना भावे,मुर्दे की भस्मी...

शिव का नाम सदा सुखदाई

शिव का नाम सदा सुखदाई

तर्ज – कस्मे वादे प्यार वफ़ा सब शिव का नाम सदा सुखदाई,जपले हरी ॐ नमः शिवाय,जपले इसमें नफा है तेरा,तेरे दुःख दारिद्र भगाए,शिव का नाम सदा सुखदाई,जपले हरी ॐ नमः शिवाय….. भोला भाला,भोला भाला डमरू...

पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी

पार करो मेरा बेड़ा भव से हे शिव शंकर कैलाशी

तर्ज – फूल तुम्हे भेजा है खत में पार करो मेरा बेड़ा भव से,हे शिव शंकर कैलाशी,आस लगाए दर पे खड़ी हूँ,तेरे चरणों की दासी,पार करो मेरा बेडा भव से,हे शिव शंकर कैलाशी….. पार करो...

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

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कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

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उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

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सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

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मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

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सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

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