जनक दुलारी के जानकी प्यारी के मन में बसे श्री राम
जनक दुलारी के,जानकी प्यारी केमन में बसे श्री राम…… जब से देखा है राम को,की जनक दुलारी के,जानकी प्यारी के,मन में बसे श्री राम…… मंदिर में जनक दुलारी,जब गौरी पूजन आई |सिया रानी की अखियां,रघुनंदन...
जनक दुलारी के,जानकी प्यारी केमन में बसे श्री राम…… जब से देखा है राम को,की जनक दुलारी के,जानकी प्यारी के,मन में बसे श्री राम…… मंदिर में जनक दुलारी,जब गौरी पूजन आई |सिया रानी की अखियां,रघुनंदन...
राम राम रटु, राम राम रटु, राम राम जपु जीहा।राम-नाम-नवनेह-मेहको, मन! हठि होहि पपीहा॥१॥ सब साधन-फल कूप सरित सर, सागर-सलिल निरासा।राम-नाम-रति-स्वाति सुधा सुभ-सीकर प्रेम-पियासा॥२॥ गरजि तरजि पाषान बरषि, पबि प्रीति परखि जिय जानै।अधिक-अधिक अनुराग उमँग...
कोई आया सखी फुलवारिया में,जैसे जादू है उनकी नजरिया में…… सावला एक है एक गौरा बदन,देख कर भी ना अब तक भरा मेरा मन,ऐसा रूप नहीं देखा उमरिया में,जैसे जादू है उनकी नजरिया में,कोई आया...
आओ दिल ने तुमको पुकारा,हर पल तुम्हारी याद आती रहे राघव, आती रहे,तेरी छवि मन को लुभाती रहे,हर पल तुम्हारी याद आती रहे….. फूलों और कलियों में तेरी हंसी हो,बुलबुल के गीतों में तेरी खुशी...
तर्ज – जिंदगी प्यार का गीत है केवट राम का भक्त है,दोनों चरणों को धोना पड़ेगा,दोनों चरणों को धोना पड़ेगा,जल सरयू का गहरा भी है,पार उसको लगाना पड़ेगा,केवट राम का भक्त है,दोनों चरणों को धोना...
मेरे राम मुझको देना सहारा,कही छूट जाये न दामन तुम्हारा,दामन तुम्हारा, दामन तुम्हारा,दामन तुम्हारा दामन,कही छूट जाये न दामन तुम्हारा…… इशारो से मुझको बुलाती ये दुनिया,तेरे रास्ते से हटाती ये दुनिया,तेरा नाम मुझको है प्राणो...
उठ खड़ा हो लक्ष्मण भैया जी ना लगे,लखनवा नही जाना की जी ना लगे….. सुनले लक्ष्मण भैया, रोएगी मेरी मैया,चला आ आ रे,मुखड़ा दिखलाऊंगा कैसे,मुखड़ा दिखलाऊंगा कैसे,जी ना लगे,लखनवा नही जाना की जी ना लगे….....
हरे रामा रिमझिम बरसे बदरिया,झूले दशरथ की रनियाकी हरे रामा रिमझिम बरसे बदरिया,के झूले दशरथ की रनियाकी हरे रामा रिमझिम बरसे पनिया,झूला झूले रे रनिया….. महलन महलन झूला डारे,झूल रहे हैं रघुवर प्यारे,की हरे रामा...
तेरी पूजा मे मन लीन रहे,मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा,मीट जाये जन्मों की तृष्णा,श्री राम मिले जो प्यार तेरा….. तुझमे खोकर जीना है मुझे,मै बूँद हूँ तु इक सागर है,तुझ बिन जीवन का अर्थ...
( राम नाम की लूट है,लूट सके तो लूट,अंत काल पछतायेगा,जब प्राण जायेंगे छूट || ) तेरे मन में राम,तन में राम,रोम रोम में राम रे,राम सुमीर ले,ध्यान लगा ले,छोड़ जगत के काम रे,बोलो राम...
राम का नाम लो,या श्याम की पूजा कर लो,कोई अंतर नही दोनो मे,भरोसा करलो….. जीवन मे जप लो बस दो ही नाम,राम कहो कहलो श्याम,सुमिरन जो दिन रैन इनका करे,संकट रहेगा उनसे परे,राम का नाम...
मनवा राम सुमिर लै रे, नहीं तो रोकग जमदानी,नहीं तो रोकग जमदानी, नहीं तो रोकग जमदानी,मनवा राम सुमिर लै रे….. साधु की वाणी सदा सुहानी, ज्यों झिरिया को पाणी रे,खोजत खोज़त खोज लिया रे, कई...